Rooh Ratna

Rated 5.00 out of 5 based on 3 customer ratings
(3 customer reviews)

199.00

‘रुह-रत्न’ कविता-संग्रह में संकलित कविताएं विविध-भावों से भरी हुई है। ‘प्रेम’, मानव-हृदय का सबसे खूबसूरत भाव है। ‘रुह-रत्न’ की अधिकांश कविताएं प्रधानतः इसी भाव का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसी भाव की अभिव्यक्ति करते हुए रसराज- शृंगार-रस में रचित कवि की शृंगारिक रचनाओं में अपूर्व कल्पनाशीलता, लयात्मकता, भावात्मकता और शैलीगत श्रेष्ठता का समन्वय हुआ है, जिसे कवि की निम्न पंक्तियों में देखा जा सकता है

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3 reviews for Rooh Ratna

  1. Rated 5 out of 5

    Sunil saini

    Incredible

  2. Rated 5 out of 5

    Muniram meena

    प्रकाश माली के कविता संग्रह ‘रूह-रत्न’ में शामिल हर एक कविता भावविभोर करने वाली है। कविता की भाषा शैली, लयात्मकता और अपूर्व कल्पनाशीलता पाठकों के मन को प्रभावित करने वाली है। इसमें शामिल कविता ‘मां के गुजर जाने पर’ को पढ़ने वाले पाठक की आंखें नम हुए बिना नहीं रह सकती। सभी कविता प्रेमियों को यह कविता-संग्रह बहुत भायेगा।

  3. Rated 5 out of 5

    डॉक्टर सुरेश कुमार

    प्रकाश माली द्वारा रचित ‘रूह रत्न’ कविता संग्रह में रचित सभी कविताएं भावविभोर करने वाली है। जिस प्रकार कविता संग्रह के नाम से ही स्पष्ट है कि रूह मतलब -दिल से लिखी गई कविताएं ।
    कविता की भाषा शैली, भावात्मकता ओर पाठकों को प्रभावित करने वाली है। सभी कविताएं दिल को छूने वाली और मन के भावों को प्रभावित करने वाली है। जो व्यक्ति को बिना प्रभावित किये नहीं रख सकती है।
    यह कविता संग्रह सभी कविता प्रेमियों और पाठकों अवश्य ही पसंद आयेगा।

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